Type Here to Get Search Results !
Type Here to Get Search Results !

राजस्थान : व्यक्तियों/नगरों/नदियों आदि के उपनाम/उपाधियाँ

नमस्कार दोस्तों! आज की इस पोस्ट में राजस्थान सामान्य ज्ञान के अति महत्वपूर्ण टॉपिक राजस्थान के महान व्यक्तियों के उपनाम/उपाधियाँ, नगरों के उपनाम, नदियों के उपनाम आदि के बारे में विस्तार से लिखा गया है। आप सभी इसको पूरा जरूर पढ़ें :-

महान व्यक्तियों के उपनाम

  • राजस्थान के गाँधी - गोकुल भाई भट्ट।
  • बांगड़ के गाँधी - भोगीलाल पण्ड्या।
  • गांधीजी के पांचवें पुत्र - जमनालाल बजाज।
  • राजस्थान की मरु कोकिला - गंवरी बाई।
  • राजस्थान की राधा - मीराबाई।
  • राजपूताने का अबुल फजल - मुहणौत नैणसी।
  • मारवाड़ का प्रताप - महाराजा चन्द्रसेन।
  • हल्दीघाटी का शेर - महाराणा प्रताप।
  • लोक कलाओं के कमल पुष्प - देवीलाल सामर।
  • राजस्थान केसरी - केसरी सिंह बारहट।
  • भारतीय इतिहास साहित्य के पुरोधा - गौरी शंकर ओझा।
  • राजस्थान की मांड मल्लिका - श्रीमती गंवरी देवी।
  • सेवा, चिंतन तथा राजनीती के त्रिवेणी - श्री हरिभाऊ उपाध्याय।
  • राजस्थान के सहृदय - डॉ. प्रभुनारायण शर्मा।
  • राजस्थान के अर्जुन - लिम्बाराम।
  • पोलो विश्व विजेता - कर्नल किशन सिंह।
  • राजस्थान के लोकनायक - जयनारायण व्यास।
  • 'दा साहब ' - श्री हरिभाऊ उपाध्याय।
  • धुन के धनी - जय नारायण व्यास।
  • 'लक्क्ड़ और कक्क्ड़ ' - जय नारायण व्यास।
  • अक्कड़ और पियक्क्ड़ - कवि सूर्यमल मिश्रण।
  • शेखावटी का शेर-ए-दिल - ओलम्पिक राधेश्याम।
  • राजस्थान के बॉलीबाल टाइगर - सुरेश मिश्रा।
  • कलियुग का कर्ण - राव लूणकरण ( बीकानेर शासक )
  • राजपूताने का कर्ण - रायसिंह।
  • राजस्थान के संगीत सम्राट - आलड़िया खान।
  • राजस्थान के चितरंजनदास - मुकुट बिहारी लाल भार्गव ( हरिभाऊ उपाध्याय ने कहा )
  • आदिवासियों के मसीहा - मोतीलाल तेजावत ।
  • बांगड़ की मीरा ( मीरा का अवतार ) - गंवरी बाई।
  • शेर-ए-भरतपुर - गोकुल वर्मा।
  • भारत की मोनालिसा - बणी-ठणी।
  • राजस्थान इतिहास लेखन के पितामह - जेम्स कर्नल टॉड।
  • राजस्थान का कबीर - दादूदयाल।
  • डिंगल भाषा का हैरोस - पृथ्वीराज राठौड़।
  • राजस्थान का नृसिंह - संत दुर्लभजी।
  • राजस्थान का लोह पुरुष - दामोदर व्यास ( टोंक )
  • "दादीजी" - राणी सती ( झुंझुनू )
  • "बावजी" - मोतीलाल तेजावत ( भील नेता )
  • जंगलधर बादशाह - लूणकरण (बीकानेर). कर्ण सिंह (बीकानेर )
  • "रानीजी" - लेखिका लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत
  • सुल्तान तारेकिन ( सन्यासियों के सुल्तान ) - हमीदुद्दीन नागौरी।
  • कलियुग की वाल्मीकि - हरिदास निरंजनी ( निरंजनी सम्प्रदाय, नागौर )
  •  "कवि बांधव" - बीसलदेव (बिग्रहराज चतुर्थ )
  • हिन्दूपत ( हिंदुआ सूरज ) - महाराणा सांगा।
  • बांगड़ के धनी - नरहड़ के पीर।
  • आधुनिक जयपुर के निर्माता - मिर्जा इस्माइल ( मानसिंह द्वितीय के प्रधानमंत्री )
  • राजस्थान का नेहरू - पंडित जुगल किशोर चतुर्वेदी ( भरतपुर )
  • मीलो का चितेरा - गोवेर्धन लाल बाबा (राजसमंद )
  • शेर-ए-राजस्थान - लोकनायक जय नारायण व्यास।
  • भैसों का चितेरा - परमानंद चोयल।
  • आधुनिक राजस्थान के निर्माता - भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्री मोहनलाल सुखाड़िया।
  • मूडस या मन: स्थितियों के चित्रकार - विद्यासागर उपाध्याय।
  • खड़ताल के जादूगर - सद्दीक खान (बाड़मेर)
  • "वीर रसावतार " - सूर्यमल मिश्रण।
  • "गीगला का बापू" - गणपत लाल डांगी।
  • भपंग के जादूगर - जहूर खान मेवाती (अलवर)
  • जादू के विश्व सम्राट - सम्राट शंकर जादूगर(गंगानगर )
  • नगाड़े का जादूगर - रामकिशन ( पुष्कर, अजमेर )
  • जैन चित्रकला के जादूगर - कैलाश चंद्र शर्मा।
  • अलवर का रसखान - अलीबख्श ( अतरौली घराने के संगीतज्ञ )
  • "रूलाने वाले फकीर " - मानतौल खान।
  • प्रयोग धर्मी चित्रकार - सुधीर वर्मा।
  • पखावज के जादूगर - पंडित परुषोतम दास ( नाथद्वारा, राजसमंद )
  • तनावपूर्ण चित्रों के जादूगर - अब्दुल करीम ( शाहपुरा, भीलवाड़ा )
  • "बैगंनीया " - नारायण सिंह ( धौलपुर ), देश का सबसे छोटे कद का कलाकार।
  • राजस्थान जुबान की मशाल - डॉ. सीताराम लालस ( एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटानिका द्वारा कहा गया था )
  • जाटों का प्लेटो ( अफलातून ) - राजा सूरजमल ( भरतपुर )
  • मारवाड़ राज्य का कानून निर्माता - मुंशी देवी प्रसाद।
  • माच ख्याल के पितामह - बगसुलाल खमेसरा ( भीलवाड़ा )
  • चिड़ावा ( झुंझुनू) के गाँधी - मास्टर प्यारेलाल गुप्ता।
  • राजस्थान का भारतेन्दु - शिवचंद्र भरतिया।
  • घोड़े वाले बाबा - कर्नल जेम्स टॉड।
  • माउन्ट एवरेस्ट ऑफ़ म्यूजिक - संगीत सम्राट अल्लदिया खान ( मि. जयकर ने कहा )
  • राजस्थान की लता मंगेशकर - सीमा मिश्रा।
  • राजस्थान की हेमा मालिनी - नीलू।
  • राजस्थान की जलपरी - रीमा दत्ता ( अजमेर )
  • शेखावटी के गाँधी - बद्रीनारायण सोढाणी (सीकर)
 यह भी पढ़ें :- 

प्रमुख नगरों के उपनाम

  • राजस्थान का शिमला - माउन्ट आबू।
  • राजस्थान का प्रवेश द्वार - भरतपुर।
  • राजस्थान का सिंह द्वार - अलवर
  • पूर्वी राजस्थान का प्रवेश द्वार - धौलपुर।
  • पूर्वी राजस्थान का सिंह द्वार - भरतपुर।
  • राजस्थान का कश्मीर - उदयपुर।
  • पूर्वी राजस्थान का कश्मीर - अलवर
  • शेखावटी का सिंह द्वार - डीडवाना ( नागौर )
  • पूर्व का वेनिस - उदयपुर।
  • "रंग श्री के द्विप" - जयपुर।
  • गुलाबी नगरी ( पिंक सिटी ) - जयपुर।
  • जल महलों की नगरी - डीग ( भरतपुर )
  • राजस्थान का धातुनगर - नागौर।
  • राजस्थान का गौरव - चित्तौड़गढ़।
  • राजस्थान की औधोगिक नगरी - कोटा।
  • राजस्थान का नागपुर - झालावाड़।
  • राजस्थान का कानपुर - कोटा।
  • राजस्थान का पंजाब - सांचौर ( जालोर )
  • राजस्थान की थर्मोपली - हल्दीघाटी ( राजसमंद )
  • राजस्थान का खजुराहो - किराडू ( बाड़मेर )
  • मेवाड़ का खजुराहो - जगत ( उदयपुर ) का अम्बिका मंदिर।
  • राजस्थान का मिनी खजुराहो - भण्डदेवरा ( बारां )
  • "आइलैंड ऑफ़ ग्लोरी ( रंग श्री द्वीप ) " - जयपुर (CV रमन ने कहा )
  • राजस्थान का अन्न का भंडार/ अन्न का कटोरा - गंगानगर।
  • सूर्यनगरी ( सनसिटी ) - जोधपुर।
  • ब्ल्यू सिटी - जोधपुर।
  • स्वर्णनगरी/हवेलियों व झरोखों की नगरी - जैसलमेर।
  • मारवाड़ का लघु माउन्ट - फतेहपुर शेखावटी (सीकर )
  • द्वितीय काशी - जयपुर।
  • छोटी काशी - बूंदी।
  • तालाबों एवं बांधों की नगरी - भीलवाड़ा
  • राजस्थान का मेनचेस्टर - भीलवाड़ा।
  • राजस्थान की वस्त्रनगरी - भीलवाड़ा
  • झीलों की नगरी - उदयपुर।
  • सैलानियों का स्वर्ग - उदयपुर।
  • सुवर्ण नगरी/ ग्रेनाइट सिटी - जालौर।
  • फाउंटेन व माउंटेन का शहर - उदयपुर।
  • नवाबों की नगरी - टोंक।
  • भारत की ताम्र नगरी - खेतड़ी ( झुंझुनू )
  • थार मरुस्थल का प्रवेश द्वार - जोधपुर।
  • राजस्थान का मिनी पुष्कर - मांडकला ( नगर फोर्ट ) , टोंक
  • शिक्षा का तीर्थस्थल - कोटा।
  • उद्यानों का नगर - कोटा।
  • पूर्व का पेरिस - जयपुर।
  • देवताओं की उपनगरी - पुस्कार ( अजमेर )
  • म्यूजियम सिटी - जैसलमेर।
  • राजस्थान का गुलाब - जैसलमेर।
  • राजस्थान का अंडमान - जैसलमेर।
  • राज प्रयाग का गुरु - पुष्कर ( अजमेर )
  • पहाड़ियों की नगरी - डूंगरपुर।
  • रेड डायमंड - धौलपुर।
  • प्राचीन राजस्थान का टाटानगर - रैढ़ ( टोंक )
  • ऊन का घर - बीकानेर।
  • राजस्थान का आधुनिक विकास तीर्थ - गंगानगर।
  • आदिवासियों का कुम्भ - बेणेश्वर ( डूंगरपुर )
  • सिंधु सभ्यता की तीसरी राजधानी - कालीबंगा ( हनुमानगढ़ )
  • सीटी ऑफ़ स्टेप वेल्स (बावड़ियों ) - बूंदी।
  • राजस्थान की अणुनगरी - रावतभाटा ( चितौड़गढ़ )
  • राजस्थान / मेवाड़ का हरिद्वार - मातृकुण्डिया, राश्मी ( चित्तौड़गढ़ ) ( बनास तट पर )
  • भारत का मक्का / राजस्थान का नाका - अजमेर।
  • इतिहास, अध्यात्म व पुरातत्व की त्रिवेणी - किराडू ( बाड़मेर )
  • राजपूताने की कुंजी - अजमेर।
  • सौ द्वीपों का शहर - बांसवाड़ा।
  • टेक्सटाइल सिटी - भीलवाड़ा
  • बावड़ियों का शहर - बूंदी।
  • वराह नगरी - बारां।
  • सिटी ऑफ़ स्टेप वेल्स ( बावड़ियां ) - बूंदी।
  • राजस्थान का 'शक्ति स्थल ' - पोकरण ( खेतोलाई ) परमाणु परीक्षण स्थल।
  • शेखावटी का हवामहल - खेतड़ी महल ( झुंझुनू) - निर्माता - राजा भोपालसिंह।
  • राजस्थान का भुवनेश्वर - ओसियां।
  • चूरू का हवामहल - सुराणा डबल हवेली ( 1111 खिड़कियां )
  • हेरिटेज सिटी - झालरापाटन ( झालावाड़ )
  • छोटा जयपुर - रतन नगर ( चूरू ) सेठ नंदराम केडिया द्वारा बसाया गया।
  • धनपतियों का नगर - फतेहपुर ( सीकर )
  • राजस्थान का राजकोट - लूणकरणसर ( बीकानेर ), मूंगफली उत्पादन हेतु।
  • रत्न नगरी - जयपुर।
  • राजस्थान का एलोरा - कोलवी की बौद्ध गुफाएं ( 35 ) डग के पास क्यासरा गांव ( झालावाड़ ) में।
  • गलियों का शहर - जैसलमेर।
  • शेखावटी की स्वर्ण नगरी - नवलगढ़ ( झुंझुनू )
  • राजस्थान का स्कॉटलैंड - अलवर।
  • भारतीय मूर्तिकला का विश्व कोष - विजय स्तम्भ ( चित्तौड़गढ़ )
  • खम्भों का नगर - रणकपुर ( पाली )
  • घंटियों का शहर - झालरापाटन ( झालावाड़ )
  • मेवाड़ का मेराथन ( युद्ध ) - दिवेर ( राजसमंद )
  • आदिवासियों का शहर - बांसवाड़ा।

अन्य विभिन्न क्षेत्र एवं उनके उपनाम

  • पूर्व का दूसरा जिब्रालटर - तारागढ़ ( अजमेर)
  • राजस्थान का जिब्रालटर - तारागढ़ ( अजमेर )
  • कालीबंगा प्रथम - सोंथी ( बीकानेर )
  • उत्तरी सीमा का प्रहरी - भाटी वंश ( जैसलमेर / हनुमानगढ़ ) ( उत्तर भड़ किवाड़ भाटी )
  • राजस्थान का दक्षिणी पूर्वी द्वार - चित्तोड़गढ़ दुर्ग।
  • राजस्थान का वेल्लोर - भैंसरोड़गढ़ दुर्ग ( चित्तौड़गढ़ )
  • राजस्थान का नंदन कानन - सिलीसेढ़ झील ( अलवर )
  • साहित्य सेवियों की तीर्थ स्थली - अरबी फ़ारसी शोध संस्थान ( कसरे इल्म ), टोंक।
  • मरुस्थल का कुम्भ - कपालेश्वर महादेव ( चौहटन, बाड़मेर )
  • थार का घड़ा - चन्दननलकूप ( जैसलमेर )
  • भारत की मोनालिसा - बनी-ठणी (पेंटिंग ) (एरिक डिक्सन ने कहा था )
  • भारत की मैरिनो - चोकला/ शेखावटी भेड को।
  • लैंड ऑफ़ टाइगर - रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान ( राजीव गाँधी राष्ट्रीय उद्यान )
  • राजस्थान की कामधेनु - राठी गाय।
  • पक्षियों का स्वर्ग - घना ( केवला देव ) , भरतपुर
  • त्रिभुवन विहार/चतुर्मुख जिन प्रसाद - रणकपुर जैन मंदिर ( मधाई नदी के किनारे, पाली )
  • लवणवती - लूणी नदी।
  • बगड़ व कांठल की गंगा - माही नदी।
  • मसूरदी - काकनेय नदी।
  • थार की वैष्णोदेवी - तनोट माता ( जैसलमेर )
  • राजस्थान की वैष्णोदेवी - अर्बुदा देवी ( माउन्ट आबू , सिरोही )
  • दक्षिणी राजस्थान की स्वर्ण रेखा - माही नदी।
  • मेवाड़ की आँख - कटारगढ़ ( कुम्भलगढ़ दुर्ग में )
  • अर्जुन की गंगा - बाणगंगा नदी।
  • कामधेनु / चर्मवती - चम्बल नदी।
  • वशिष्ठी / वन की आशा - बनास नदी।
  • दुर्गाधिराज - रणथम्भौर दुर्ग ( सवाई माधोपुर )
  • पश्चिमी राजस्थान की गंगा - जवाई नदी।
  • दुर्गों का सिरमौर - चित्तौड़गढ़ दुर्ग।
  • मारवाड़ का अमृत सरोवर - जवाई बांध।
  • मरु गंगा/ मरु प्रदेश की जीवन रेखा - इंदिरा गाँधी नहर।
  • हिमालय का पुत्र - माउन्ट आबू ( सिरोही )
  • पृथ्वी का तीसरा नेत्र - पुष्कर।
  • भारत की महान दीवार - कुम्भलगढ़ का परकोटा (36 किमी लम्बा )
  • राजस्थान का ताजमहल - जसवंत थड़ा ( जोधपुर )
  • काले हिरणों का संसार - तालछापर अभ्यारण्य।
  • कांठल का ताजमहल - काकाजी की दरगाह ( प्रतापगढ़ )
  • राजस्थान का आधुनिक विकास तीर्थ - सूरतगढ़ ताप विधुतगृह ( गंगानगर )

राजस्थान के विभिन्न भू-भागों के प्राचीन/ प्रचलित नाम

  • कांठल - प्रतापगढ़ का भू-भाग जो माही नदी के काठे ( किनारे ) स्थित है।
  • छप्पन का क्षेत्र - प्रतापगढ़ व बांसवाड़ा के बीच 56 गांवों नदी नालों का क्षेत्र।
  • मालवप्रदेश - मध्यप्रदेश का सीमावर्ती क्षेत्र ( प्रतापगढ़, झालावाड़ )
  • मेवल - डूंगरपुर व बांसवाड़ा के बीच का भू-भाग।
  • मेवात - अलवर का समीपवर्ती क्षेत्र।
  • जंगल प्रदेश - बीकानेर ( मुख्यत:) व नागौर का क्षेत्र।
  • मत्स्य प्रदेश - अलवर, भरतपुर, धौलपुर और करोली का क्षेत्र।
  • उपरमाल - भैंसरोड़गढ़ से लेकर बिजोलिया तक का पठारी भू-भाग।
  • हाड़ोती - कोटा, बूंदी व झालावाड़ का कुछ क्षेत्र।
  • जरगा - उदयपुर के चारों ओर का पहाड़ी ( तश्तरी नुमा ) भू-भाग।
  • देशहरो - जरगा व रागा का हमेशा हरा भरा रहने वाला क्षेत्र।
  • मारवाड़ / मरु प्रदेश - जोधपुर का क्षेत्र।
  • त्रिवेणी ( राजपूत कल में ) - जालोर, बाड़मेर क्षेत्र।
  • वागड़ प्रदेश - डूंगरपुर , बांसवाड़ा का क्षेत्र।
  • बांगर क्षेत्र - लूणी बेसिन का उत्तरी क्षेत्र ( पाली , नागौर, सीकर, झुंझुनू का कुछ भाग )
  • गोडवाड़ प्रदेश - लूणी प्रवाह क्षेत्र ( बाड़मेर, जालोर, सिरोही का कुछ क्षेत्र )
  • मेरवाड़ा - अजमेर व राजसमंद ( दिवेर क्षेत्र ) का कुछ क्षेत्र।
  • अहिच्छत्रपुर - नागौर ( जंगल प्रदेश की राजधानी )
  • ढूंढाड़ - जयपुर के आस - पास का क्षेत्र।
  • मांड या वल्ल प्रदेश - जैसलमेर क्षेत्र।
  • थली - मरुस्थल का उत्तरी क्षेत्र ( बीकानेर , चूरू, गंगानगर )
  • अर्बुद प्रदेश / चंद्रावती - आबू ( सिरोही ) के आसपास का क्षेत्र।
 यह भी पढ़ें :- 
पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद। मैं आशा करता हूँ की आपको आज की यह पोस्ट पसंद आयी होगी। इस पोस्ट में हमने राजस्थान महापुरुषों, नगरों, नदियों आदि के उपनाम / उपाधियों को जानने की कोशिश की। 
Tag: Rajasthan GK in Hindi, Prsidh Vyktiyon ke Upnam, Prsidh Nagron ke upnam, ndiyon ke upnam, raj gk in hindi, Top most rajasthan GK in Hindi, Rajasthan GK in Hindi, rajasthan ke upnam, rajasthan ke jilo ke upnam, rajasthan ke prmukh upnam, rajasthan ke prmukh vyktitv.