(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(C) यमक
प्रश्न.‘तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए में’ कौन-सा अलंकार है?
(A) अनुप्रास
(B) यमक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उपमा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.चरण-कमल बन्दौ हरि राई में कौन-सा अलंकार है?
(A) श्लेष
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) रूपक
प्रश्न.‘चरर मरर खुल गए अरर रवस्फुटों से’ में कौन-सा अलंकार है?
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.नवल सुन्दर श्याम शरीर में कौन-सा अलंकार है?
(A) उल्लेख
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(A) उल्लेख
प्रश्न.रंभा झूमत हौ कहा, कुछक दिन के हेत।
तुमते केते ह्वै गए, और ह्वै हैं यहि खेत।।
(A) वक्रोक्ति
(B) विरोधाभास
(C) लोकोक्ति
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(D) अन्योक्ति
प्रश्न.बड़े न हूजे गुनन बिनु विरद बड़ाई पाए।
कहत धतूरे सों कनक गहनो गढ़ो न जाए।।
(A) अतिशयोक्ति
(B) प्रतिवस्तूपमा
(C) अर्थान्तरन्यास
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(C) अर्थान्तरन्यास
प्रश्न.बढ़त-बढ़त सम्पत्ति सलिल मन-सरोज बढ़ जाए।
घटत-घटत फिर ना घटै करु समूल कुम्हिलाय।।
(A) यमक
(B) विरोधाभास
(C) श्लेष
(D) रूपक
उत्तर:-(D) रूपक
प्रश्न. अब अलि रही गुलाब में, अपत कटीली डार।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) अन्योक्ति
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) अन्योक्ति
प्रश्न.तू रूप में किरन में, सौंदर्य है सुमन में।
(A) विभावना
(B) रूपक
(C) यथा संख्य
(D) उल्लेख
उत्तर:-(D) उल्लेख
प्रश्न.माया महाठगिनि हम जानी।
तिरगुन फांस लिए कर डोलै, बोलै मधुरी बानी।
(A) श्लेष
(B) यमक
(C) रूपक
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(A) श्लेष
प्रश्न.मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
कमल नैन (न) को छांडि महातम, और देव को ध्यावै।।
‘कमल नैन’ में अलंकार है –
(A) रूपक
(B) उपमा
(C) उत्प्रेक्षा
(D) श्लेष
उत्तर:-(A) रूपक
प्रश्न.मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
‘कमल नैन’ किसको कहा गया है?
(A) विष्णु
(B) शंकर
(C) ब्रह्मा
(D) गणेश
उत्तर:-(A) विष्णु
प्रश्न.भरतहि होई न राजमदु विधि हरि हर पद पाई।
कबहुँ कि काँजी सीकरनि द्दीर सिंधु बिनसाई।।
(A) उदाहरण
(B) दृष्टान्त
(C) निदर्शना
(D) व्यतिरेक
उत्तर:-(B) दृष्टान्त
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.नवल सुन्दर श्याम शरीर में कौन-सा अलंकार है?
(A) उल्लेख
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(A) उल्लेख
प्रश्न.रंभा झूमत हौ कहा, कुछक दिन के हेत।
तुमते केते ह्वै गए, और ह्वै हैं यहि खेत।।
(A) वक्रोक्ति
(B) विरोधाभास
(C) लोकोक्ति
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(D) अन्योक्ति
प्रश्न.बड़े न हूजे गुनन बिनु विरद बड़ाई पाए।
कहत धतूरे सों कनक गहनो गढ़ो न जाए।।
(A) अतिशयोक्ति
(B) प्रतिवस्तूपमा
(C) अर्थान्तरन्यास
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(C) अर्थान्तरन्यास
प्रश्न.बढ़त-बढ़त सम्पत्ति सलिल मन-सरोज बढ़ जाए।
घटत-घटत फिर ना घटै करु समूल कुम्हिलाय।।
(A) यमक
(B) विरोधाभास
(C) श्लेष
(D) रूपक
उत्तर:-(D) रूपक
प्रश्न. अब अलि रही गुलाब में, अपत कटीली डार।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) अन्योक्ति
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) अन्योक्ति
प्रश्न.तू रूप में किरन में, सौंदर्य है सुमन में।
(A) विभावना
(B) रूपक
(C) यथा संख्य
(D) उल्लेख
उत्तर:-(D) उल्लेख
प्रश्न.माया महाठगिनि हम जानी।
तिरगुन फांस लिए कर डोलै, बोलै मधुरी बानी।
(A) श्लेष
(B) यमक
(C) रूपक
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(A) श्लेष
प्रश्न.मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
कमल नैन (न) को छांडि महातम, और देव को ध्यावै।।
‘कमल नैन’ में अलंकार है –
(A) रूपक
(B) उपमा
(C) उत्प्रेक्षा
(D) श्लेष
उत्तर:-(A) रूपक
प्रश्न.मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
‘कमल नैन’ किसको कहा गया है?
(A) विष्णु
(B) शंकर
(C) ब्रह्मा
(D) गणेश
उत्तर:-(A) विष्णु
प्रश्न.भरतहि होई न राजमदु विधि हरि हर पद पाई।
कबहुँ कि काँजी सीकरनि द्दीर सिंधु बिनसाई।।
(A) उदाहरण
(B) दृष्टान्त
(C) निदर्शना
(D) व्यतिरेक
उत्तर:-(B) दृष्टान्त
प्रश्न.पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमि जनक सुतावरं।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उदाहरण
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.गर्व करउ रघुनन्दन जिन मन माँह,
देखउ आपन मूरति सिय के छाँह।
(A) व्यतिरेक
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) प्रतीक
उत्तर:-(D) प्रतीक
प्रश्न.मुख बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल-सा बोधित हुआ।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) उपमेयोपमा
(D) रूपक
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.मेखलाकार पर्वत अपार
अपने सहस्त्र दृग सुमन फाड़,
अवलोक रहा था बार-बार
नीचे जल में निज महाकार।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) यमक
उत्तर:-(B) रूपक
प्रश्न.चिरंजीवौ जोरी जुरै, क्यों न सनेह गंभीर।
को घटि ये वृषभानुजा, वे हलधर के बीर।।
(A) यमक
(B) रूपक
(C) श्लेष
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(C) श्लेष
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उदाहरण
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.गर्व करउ रघुनन्दन जिन मन माँह,
देखउ आपन मूरति सिय के छाँह।
(A) व्यतिरेक
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) प्रतीक
उत्तर:-(D) प्रतीक
प्रश्न.मुख बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल-सा बोधित हुआ।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) उपमेयोपमा
(D) रूपक
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.मेखलाकार पर्वत अपार
अपने सहस्त्र दृग सुमन फाड़,
अवलोक रहा था बार-बार
नीचे जल में निज महाकार।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) यमक
उत्तर:-(B) रूपक
प्रश्न.चिरंजीवौ जोरी जुरै, क्यों न सनेह गंभीर।
को घटि ये वृषभानुजा, वे हलधर के बीर।।
(A) यमक
(B) रूपक
(C) श्लेष
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(C) श्लेष
प्रश्न.माला फेरत युग गया, फिरा न मन का फेर।
कर का मनका छाड़ि दे, मन का मनका फेर।।
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) रूपक
उत्तर:-(C) यमक
प्रश्न.सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलोने गात।
मनहुँ नील मनि सैल पर आतप परयो प्रभात।।
(A) यमक
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) श्लेष
उत्तर:-(B) उत्प्रेक्षा
प्रश्न.नहिं पराग नहिं मधुर, मधु, नहिं विकास येहि काल।
अली कली ही सों बध्यो, आगे कौन हवाल।।
(A) रूपक
(B) विशेषोक्ति
(C) अन्योक्ति
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) अन्योक्ति
प्रश्न.सब प्राणियों के मत्तमनोमयूर अहा नचा रहा।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) श्लेष
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(B) रूपक
प्रश्न.वह इष्ट देव के मंदिर की पूजा-सी,
वह दीप शिखा-सी शांत भाव में लीन
वह टूटे तरू की छूटी लता-सी दीन,
दलित भारत की विधवा है।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) यमक
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.राम-नाम अवलंबु बिनु, परमारथ की आस,
बरसत बारिद बूंद गहि, चाहत चढ़न अकास।
(A) रूपक
(B) उत्प्रेक्षा
(C) उपमा
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(B) उत्प्रेक्षा
प्रश्न.वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे।
(A) छेकानुप्रास
(B) वृत्यनुप्रास
(C) लाटानुप्रास
(D) यमक
उत्तर:-(C) लाटानुप्रास
प्रश्न.तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए।
(A) अनुप्रास
(B) यमक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उपमा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
कर का मनका छाड़ि दे, मन का मनका फेर।।
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) रूपक
उत्तर:-(C) यमक
प्रश्न.सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलोने गात।
मनहुँ नील मनि सैल पर आतप परयो प्रभात।।
(A) यमक
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) श्लेष
उत्तर:-(B) उत्प्रेक्षा
प्रश्न.नहिं पराग नहिं मधुर, मधु, नहिं विकास येहि काल।
अली कली ही सों बध्यो, आगे कौन हवाल।।
(A) रूपक
(B) विशेषोक्ति
(C) अन्योक्ति
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) अन्योक्ति
प्रश्न.सब प्राणियों के मत्तमनोमयूर अहा नचा रहा।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) श्लेष
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(B) रूपक
प्रश्न.वह इष्ट देव के मंदिर की पूजा-सी,
वह दीप शिखा-सी शांत भाव में लीन
वह टूटे तरू की छूटी लता-सी दीन,
दलित भारत की विधवा है।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) यमक
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.राम-नाम अवलंबु बिनु, परमारथ की आस,
बरसत बारिद बूंद गहि, चाहत चढ़न अकास।
(A) रूपक
(B) उत्प्रेक्षा
(C) उपमा
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(B) उत्प्रेक्षा
प्रश्न.वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे।
(A) छेकानुप्रास
(B) वृत्यनुप्रास
(C) लाटानुप्रास
(D) यमक
उत्तर:-(C) लाटानुप्रास
प्रश्न.तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए।
(A) अनुप्रास
(B) यमक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उपमा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.जहाँ बिना कारण के कार्य का होना पाया जाए वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
(A) विरोधाभास
(B) विशेषोक्ति
(C) विभावना
(D) भ्रांतिमान
उत्तर:-(C) विभावना
प्रश्न.‘पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमि जनक सुतावरं’ में कौन-सा अलंकार है?
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उदाहरण
प्रश्न.मखमल के झूले पड़े हाथी-सा टीला।
(A) रूपक
(B) उपमा
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उल्लेख
उत्तर:-(B) उपमा
प्रश्न.पीपर पात सरिस मन डोला।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उल्लेख
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती हैं।
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(C) यमक
प्रश्न.बीती विभारी जाग री।
अम्बर-पनघट में डुबो रही तारा-घट ऊषा-नागरी।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उपमेयोपमा
उत्तर:-(C) रूपक
(A) विरोधाभास
(B) विशेषोक्ति
(C) विभावना
(D) भ्रांतिमान
उत्तर:-(C) विभावना
प्रश्न.‘पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमि जनक सुतावरं’ में कौन-सा अलंकार है?
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उदाहरण
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.मखमल के झूले पड़े हाथी-सा टीला।
(A) रूपक
(B) उपमा
(C) उत्प्रेक्षा
(D) उल्लेख
उत्तर:-(B) उपमा
प्रश्न.पीपर पात सरिस मन डोला।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उल्लेख
उत्तर:-(A) उपमा
प्रश्न.तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती हैं।
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) अन्योक्ति
उत्तर:-(C) यमक
प्रश्न.बीती विभारी जाग री।
अम्बर-पनघट में डुबो रही तारा-घट ऊषा-नागरी।
(A) उपमा
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उपमेयोपमा
उत्तर:-(C) रूपक
प्रश्न.चरर मरर खुल गए अरर रवस्फुटों से।
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.बाँधा था विधु को किसने, इन काली जंजीरों से।
मणिवाले फणियों का मुख, क्यों भरा हुआ हीरों से।।
(A) रूपक
(B) अतिशयोक्ति
(C) श्लेष
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(B) अतिशयोक्ति
प्रश्न.कनक-कनक ते सौगुनी मादकता अधि काय।
या खाए बौरात नर, वा पाए बौराय।।
(A) उपमा
(B) यमक
(C) अनुप्रास
(D) श्लेष
उत्तर:-(B) यमक
प्रश्न.ज्यों-ज्यों बूड़े स्याम रंग, त्यौं-त्यौं उज्ज्वल होय।
(A) उत्प्रेक्षा
(B) विरोधाभास
(C) उपमा
(D) यमक
उत्तर:-(B) विरोधाभास
प्रश्न.चरण-कमल बन्दौ हरि राई।
(A) श्लेष
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) रूपक
प्रश्न.तापस बाला-सी गंगा कूल।
(A) श्लेष
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उपमा
उत्तर:-(D) उपमा
प्रश्न.नवल सुन्दर श्याम शरीर।
(A) उल्लेख
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(A) उल्लेख
प्रश्न.ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहनवारी,
ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहाती है।
(A) यमक
(B) उपमा
(C) श्लेष
(D) रूपक
उत्तर:-(A) यमक
प्रश्न.यह देखिए, अरविंद से शिशुवृंद कैसे सो रहे।
(A) उत्प्रेक्षा
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) यमक
उत्तर:-(B) उपमा
प्रश्न.हनुमान की पूँछ में लगन न पाई आग।
लंका सिगरी जल गई, गए निसाचर भाग।।
(A) श्लेष
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(C) अतिशयोक्ति
प्रश्न.‘उसी तपस्वी से लंबे थे, देवदार दो चार खड़े।’ इस पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
(A) अनुप्रास
(B) प्रतीप
(C) रूपक
(D) यमक
उत्तर:-(B) प्रतीप
प्रश्न.जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
(A) यमक
(B) श्लेष
(C) भ्रांतिमान
(D) संदेह
उत्तर:-(D) संदेह
(A) अनुप्रास
(B) श्लेष
(C) यमक
(D) उत्प्रेक्षा
उत्तर:-(A) अनुप्रास
प्रश्न.बाँधा था विधु को किसने, इन काली जंजीरों से।
मणिवाले फणियों का मुख, क्यों भरा हुआ हीरों से।।
(A) रूपक
(B) अतिशयोक्ति
(C) श्लेष
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(B) अतिशयोक्ति
प्रश्न.कनक-कनक ते सौगुनी मादकता अधि काय।
या खाए बौरात नर, वा पाए बौराय।।
(A) उपमा
(B) यमक
(C) अनुप्रास
(D) श्लेष
उत्तर:-(B) यमक
प्रश्न.ज्यों-ज्यों बूड़े स्याम रंग, त्यौं-त्यौं उज्ज्वल होय।
(A) उत्प्रेक्षा
(B) विरोधाभास
(C) उपमा
(D) यमक
उत्तर:-(B) विरोधाभास
प्रश्न.चरण-कमल बन्दौ हरि राई।
(A) श्लेष
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(C) रूपक
प्रश्न.तापस बाला-सी गंगा कूल।
(A) श्लेष
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उपमा
उत्तर:-(D) उपमा
प्रश्न.नवल सुन्दर श्याम शरीर।
(A) उल्लेख
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) अतिशयोक्ति
उत्तर:-(A) उल्लेख
प्रश्न.ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहनवारी,
ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहाती है।
(A) यमक
(B) उपमा
(C) श्लेष
(D) रूपक
उत्तर:-(A) यमक
प्रश्न.यह देखिए, अरविंद से शिशुवृंद कैसे सो रहे।
(A) उत्प्रेक्षा
(B) उपमा
(C) रूपक
(D) यमक
उत्तर:-(B) उपमा
प्रश्न.हनुमान की पूँछ में लगन न पाई आग।
लंका सिगरी जल गई, गए निसाचर भाग।।
(A) श्लेष
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) विरोधाभास
उत्तर:-(C) अतिशयोक्ति
प्रश्न.‘उसी तपस्वी से लंबे थे, देवदार दो चार खड़े।’ इस पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
(A) अनुप्रास
(B) प्रतीप
(C) रूपक
(D) यमक
उत्तर:-(B) प्रतीप
प्रश्न.जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
(A) यमक
(B) श्लेष
(C) भ्रांतिमान
(D) संदेह
उत्तर:-(D) संदेह
प्रश्न.मो सम कौन कुटिल खल कामी।
(A) उपमा
(B) वक्रोक्ति
(C) उत्प्रेक्षा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:-(B) वक्रोक्ति
प्रश्न.हिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय।
बारे उजियारे लगै, बढ़ै अंधेरो होय।।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) यमक
(D) श्लेष
उत्तर:-(D) श्लेष
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(A) उपमा
(B) वक्रोक्ति
(C) उत्प्रेक्षा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:-(B) वक्रोक्ति
प्रश्न.हिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय।
बारे उजियारे लगै, बढ़ै अंधेरो होय।।
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) यमक
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